हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में चल रही हिंसा को लेकर हमास को कड़ी चेतावनी दी है। 16 अक्टूबर 2025 को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर पोस्ट किया: “अगर हमास गाजा में लोगों की हत्या जारी रखता है, जो कि समझौते का हिस्सा नहीं था, तो हमारे पास कोई चॉइस नहीं बचेगी—हमें अंदर जाकर उन्हें मारना होगा।” यह बयान गाजा में युद्धविराम (सीजफायर) समझौते के कुछ ही दिनों बाद आया है, जो ट्रंप की मध्यस्थता से 13 अक्टूबर को मिस्र के शर्म अल-शेख में हस्ताक्षरित हुआ था।
क्या हुआ है गाजा में?
- सीजफायर का संदर्भ: समझौते के तहत हमास को सभी बंधकों (जिंदा और मृत) को रिहा करना था, इजरायल को कुछ क्षेत्रों से पीछे हटना था, और हमास को गाजा में शासन से हटकर हथियार डालने थे। अमेरिका ने हमास को अंतरराष्ट्रीय शांति बल के साथ सहयोग करने का वादा किया था, जिसमें गाजा का पुनर्निर्माण भी शामिल है।
- हिंसा की घटनाएं: युद्धविराम के बाद हमास ने गाजा में कथित “गैंग्स” और “इजरायल के सहयोगी” फिलिस्तीनियों पर हमले तेज कर दिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास ने सार्वजनिक रूप से कई फिलिस्तीनियों को फांसी दी या गोली मार दी, जिससे आंतरिक संघर्ष भड़क गया। ट्रंप ने शुरुआत में इन “गैंग्स” को हटाने को “अच्छा” बताया था, लेकिन अब इसे समझौते का उल्लंघन मान रहे हैं।
- बंधकों का मुद्दा: हमास ने 9 मृत बंधकों के शव सौंपे हैं, लेकिन इजरायल के अनुसार 19 शव और बाकी बंधक अभी भी गाजा में हैं। हमास का दावा है कि उन्होंने सभी उपलब्ध शव सौंप दिए हैं।
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि “हम” से उनका मतलब अमेरिकी सेना नहीं, बल्कि इजरायल है। उन्होंने कहा, “वे हथियार डालेंगे, वरना हम उन्हें डलवा देंगे—जल्दी और शायद हिंसक तरीके से।” CNN को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि अगर हमास नहीं माना, तो वे “मेरे इशारे पर” सैन्य कार्रवाई फिर शुरू कर सकते हैं।
हमास का रुख?
- हमास ने ट्रंप के बयान पर सीधे प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन मध्यस्थों (मिस्र और कतर) के जरिए आश्वासन दिया है कि वे बंधकों के शव लौटाने का काम जारी रखेंगे। हमास के सशस्त्र विंग ने दावा किया कि उन्होंने समझौते का पालन किया है।
- कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि हमास ने ट्रंप की योजना के कुछ हिस्सों (जैसे सत्ता छोड़ना और बंधक रिहा करना) को स्वीकार किया है, लेकिन हथियार डालने और शासन से पूरी तरह हटने पर फिलिस्तीनी गुटों के बीच चर्चा की जरूरत बताई है।
क्या अब आर्मी एक्शन (सैन्य कार्रवाई) होगा?
- संभावना: हां, खतरा मंडरा रहा है। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने चेतावनी दी कि अगर हमास हथियार नहीं डाला और सभी बंधकों के शव नहीं लौटाए, तो इजरायल फिर से हमला करेगा। ट्रंप ने नेतन्याहू को “हर हाल में” कार्रवाई की छूट दी है। अमेरिकी सैन्य कमांड (सेंट्रल कमांड) ने हमास से “निर्दोष फिलिस्तीनियों पर हमले बंद करने” को कहा है।
- क्या रोक सकता है?: अमेरिकी दूत (जैसे जेरेड कुशनर) मध्य पूर्व में हैं और बातचीत जारी है। ट्रंप ने कहा कि हमास का “कमिटमेंट” है और वे मानेंगे। अगर हमास अगले कुछ दिनों में बंधकों के शव लौटा देता है और आंतरिक हिंसा रोकता है, तो एक्शन टल सकता है। लेकिन अगर नहीं, तो इजरायली सेना गाजा में दोबारा घुसपैठ कर सकती है, जो पूरे समझौते को पटरी से उतार देगा।
- क्षेत्रीय प्रभाव: ईरान, रूस और चीन हमास का समर्थन कर रहे हैं, जबकि यूएई और कतर फंडिंग/ट्रेनिंग दे सकते हैं। फिलिस्तीनी अथॉरिटी के प्रेसिडेंट महमूद अब्बास ने हमास की हत्याओं को “क्रूर अपराध” बताया है।
| प्रमुख पक्ष | स्थिति | 
|---|---|
| ट्रंप/अमेरिका | हमास को हथियार डालने का अल्टीमेटम; इजरायल को सपोर्ट। | 
| इजरायल | बंधकों की मांग; कार्रवाई के लिए तैयार। | 
| हमास | कुछ शव सौंपे; हिंसा जारी लेकिन बातचीत का दावा। | 
| अंतरराष्ट्रीय | मिस्र-कतर मध्यस्थ; यूएन शांति बल की चर्चा। | 
यह स्थिति तेजी से बदल रही है। ट्रंप की धमकी से गाजा में तनाव बढ़ गया है, और अगले 24-48 घंटों में हमास की प्रतिक्रिया तय करेगी कि शांति बनी रहेगी या युद्ध लौटेगा।
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