Most Popular and Best Tourist Places to Visit in Mizoram
मिजोरम में घूमने (Visit in Mizoram) के अनेको प्रसिद्ध स्थल है। मिजोरम, भारत के प्रमुख पर्वतीय प्रदेशों में से एक है। यह भारत के पूर्व–उत्तर में स्थित बहुत-ही खूबसूरत राज्य है। इसके पूर्व और दक्षिण में म्यांमार और पश्चिम में बांग्लादेश स्थित है। मिजोरम राज्य अपने विभिन्न प्रकार के जीव, अति सुंदर झरने, शानदार धान के खेत, विभिन्न प्रकार से सजे बांस के जंगल तथा खूबसूरत घाटियों की यात्रा करने के लिए जाना जाता है। मिजोरम पहले के समय में केंद्र शासित प्रदेश हुआ करता था।
मिजोरम, भारत के अद्वितीय सात बहनों के राज्यों में से एक है। प्रकृति के मनमोहक दृश्य देखने व आनंद लेने के लिए दूर-दूर से पर्यटक यहाँ आते हैं। मिजोरम को ‘पहाड़ों की भूमि’ नाम से संबोधित किया जाता है। मिजोरम को 20 फरवरी 1987 को भारत के 23वें राज्य के रूप जाना गया था। आज हम आपको मिजोरम के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे है।
ऐज़ौल या आइजोल (Aizawl)
ऐज़ौल या आइजोल मिजोरम राज्य की राजधानी है। यह पूर्वोत्तर भारत, मिज़ोरम राज्य में करीब-करीब 900 मीटर ऊँची पर्वतमाला पर स्थित है। आइजोल काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है और यह मिजोरम का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला क्षेत्र है। आइजोल में कई ऐसी जगहें है, जोकि बहुत ही सुंदरमय, प्रकृति की कला-कृतियों, इतिहास, संस्कृति और विभिन्न जातियों के सम्मिश्रण से सुसज्जित है।
आईजोल समुद्र तल से 1132 मीटर ऊपर स्थित है और प्राकृतिक सुंदरता के कारण इस शहर को ‘लैंड ऑफ हाइलैंडर्स’ के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ पर बाँस व लकड़ियाँ पर्वतीय घने जंगलों से एकत्र की जाती हैं और यहाँ अधिकतर मकान लकड़ी के बने हैं, जिससे यह शहर बिल्कुल अलग दिखाई पड़ता है। यहाँ का सूर्योदय का नज़ारा भी अद्भुत और बड़ा ही आकर्षक देखने को मिलता है। राज्य के सभी प्रशासनिक भवन जैसे; महत्वपूर्ण सरकारी भवन, विधानसभा तथा सचिवालय भी इसी शहर में स्थित है।
फौंगपुई (Phawngpui)
फौंगपुई, भारत के पूर्वोत्तर में लुशाई पर्वतमाला में स्थित मिज़ोरम राज्य का सबसे विशाल पर्वत है। यह पूरा क्षेत्र फौंगपुई राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत एक संरक्षित क्षेत्र है, जो कि अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह पर्वत पूरी तरह से नीले है इसीलिए इन्हें ब्लू माउंटेन के नाम से सम्बोधित किया जाता है।
फौंगपुई पर्वत को पवित्र पर्वत माना जाता है। यहाँ रहने वाले लोगों का कहना है कि इस पर्वत पर संगऊ नामक देवता-राजा का वास हुआ करता था इसलिए इस पर्वत से नीचे स्थित बस्ती का नाम संगऊ है।
फौंगपुई में स्थित इस पर्वत की ऊंचाई 2,157 मीटर है तथा इसका शीर्ष बांस के पेड़ों से घिरा हुआ है और यहाँ पर लगभग 200 हेक्टेयर का समतल मैदान है। इस पर्वत के चारों ओर दुर्लभ वनस्पतियों, सुंदर जंगल और जीवों की विभिन्न प्रजातियां मौजूद है।
डम्प टाइगर रिज़र्व & सैंक्चुरी (Dampa Tiger Reserve & Sanctuary)
डम्प टाइगर रिज़र्व, मिजोरम के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध एक बाघ अभयारण्य है। यह उष्णकटिबंधीय वन विविध वनस्पतियों और जीवों का घर है। यह अभ्यारण्य लुशाई हिल्स में लगभग 500 किमी 2 के क्षेत्र को कवर करता है। यह मिजोरम का बहुत प्रसिद्ध अभयारण्य है। यहाँ दूर-दूर से लोग आकर यहां रंग में रंग जाते है।
इस टाइगर रिज़र्व में आपको पक्षियों की अनेकों प्रजातियाँ देखने को मिलेंगी, जैसे; ग्रे मोर-तीतर, कठफोड़वा, ग्रेटर फ्लेमबैक, प्राच्य विचित्र हॉर्नबिल, ब्लू-थ्रोटेड बारबेट, रेड-हेडेड ट्रोगन, इंडियन कोयल, क्रेस्टेड सर्पेंट ईगल, माउंटेन इंपीरियल कबूतर, ग्रीन इम्पीरियल कबूतर, एशियन बैरड उल्लू इत्यादि।
चम्फाई (Champhai)
मिजोरम में चम्फाई घाटी भी सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। चम्फाई मिजोरम की राजधानी आइजोल से 192 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह इंडो-म्यामार बोर्डर अर्थात म्यांमार और मिजोरम की सीमांत पर स्थित है।
चम्फाई एक व्यावसायिक शहर भी है, इसलिए यह मिजोरम के चावल का कटोरा या राइस बोल नाम से भी प्रसिद्ध है। इस जिले में 4 उपमंडल है और 4 ब्लॉक या तहसील है, जिले में 5 विधान सभा क्षेत्र,1 लोकसभा क्षेत्र है और यहां का मुख्यालय भी यही पर स्थित है।
कोलासिब (Kolasib)
भारत के पूर्वोत्तर में मिजोरम में स्थित कोलासिब यहां रहने वाले लोगों के पारंपरिक जीवन और संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां पर मिजो और अंग्रेजी भाषा बोली जाती है। कोलासिब में अद्भुत प्राकृतिक नजारे देखने को मिलते है। यह भारत के उत्तरी भाग में स्थित है।
तलवंग नदी भी कोलासिब के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है। इस नदी के आस-पास घूमने में भी बहुत आंनद प्राप्त होता है, यह मिजोरम की सबसे लम्बी नदी है और इसकी लम्बाई करीब-करीब 184 किमी तक फैली हुई है। इस नदी के चारों ओर बहुत ही प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिलता है।
ममित (Mamit)
भारत के मिजोरम राज्य का जिला ममित भी अपनी खूबसूरती और परम्पराओं के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। इस जिले की सीमाएं असम, बांग्लादेश और त्रिपुरा से जुडी हुई है। यह बांग्लादेश के साथ में एक अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है, जोकि साजेक नदी से विभाजित है। यह मिजोरम के पश्चिमी भाग में स्थित चौथा सबसे बड़ा जिला है। इस जिले में आप गुफाओं और वन्य जीवन का आनंद ले सकते है।
आइजोल से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर एक पहाड़ की ढलान पर आलीशान ढंग से फैला एक गांव रीक गांव बस्ता है, उसमें मिज़ो उप-जनजातियों, सरदारों, स्नातक छात्रावास और उनके जीवन के तरीके की पारंपरिक झोपड़ियों की एक झलक भी देख सकते हैं।
तामदिल झील (Tamdil Lake)
तामदिल झील मिजोरम की राजधानी आइजोल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर सैतुअल (Saitual) में स्थित है। यहाँ पर निरंतर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। तामदिल झील मिजोरम की क्रिस्टल क्लियर झीलों में से एक है और यह झील चारों ओर से घने जंगलों से घिरी हुई है।
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