Manipur – The Land of Jewels of India
मणिपुर (Manipur), हमारे भारत देश के उत्तर-पूर्व में स्थित एक बहुत ही सुंदर और प्रसिद्ध राज्य है, जोकि अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए भारत में ही नहीं, बल्कि अन्य कई देशों में भी प्रसिद्ध है। यह राज्य द्वितीय स्थलाकृतिक विविधता और प्रकृति के चमत्कारों को समेटे हुए है। यह पूर्वोत्तर राज्य बहुभाषी है और विशिष्ट शास्त्रीय नृत्य, शानदार व्यंजनों और पारंपरिक आभा से संपन्न है।
मणिपुर को रत्नों की भूमि (The Land of Jewels) भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर लहरदार पहाड़ियों, हरी घाटियों, नीली झीलों और घने जंगलों के साथ एक विदेशी परिदृश्य देखने को मिलता है। मणिपुर को पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने भारत का गहना (Jewel of India) नाम दिया था।
मणिपुर में असाधारण जैव विविधता और वनस्पतियों के साथ कुछ ऐसे स्थान हैं, जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए।
इम्फाल (Imphal)
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर का महत्वपूर्ण शहर इम्फाल (Imphal) अपनी प्राकृतिक सुंदरता और खूबसूरत वातावरण के लिए बहुत लोकप्रिय है। इम्फाल, मणिपुर की राजधानी भी है। यह भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है। इस शहर की खुबसुरती को निहारने व आंनद लेने के लिए प्रत्येक वर्ष हजारों की तादात में लोग यहां आते है।
इम्फाल शहर मणिपुर के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है। यह सुरम्य सुंदर शहर पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जो इसे सभी दिशाओं से सुरक्षित रखता है। इम्फाल शहर एक चित्रित बादल की तरह दिखता है और यहां पर मंदिरों और औपचारिक स्थानों जैसे कई समय-सम्मानित स्मारक भी मौजूद हैं।
लोकटक झील (Loktak Lake)
लोकटक झील, भारत के मणिपुर में स्थित एक बहुत ही सुंदर और आकर्षक झील है और यह दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों में से एक है। यह एक विस्तृत झील है जिसका क्षेत्रफल 287 वर्ग किलोमीटर के विशिष्ट क्षेत्र के साथ बरसात के महीने के दौरान 250 वर्ग किलोमीटर से 500 वर्ग किलोमीटर तक भिन्न हो जाता है।
यह झील बिष्णुपुर जिले में इंफाल शहर से 48 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है। यह झील एक लघु अंतर्देशीय समुद्र जैसा दिखने वाला पानी का एक सुंदर खंड है। यह झील मणिपुर राज्य में बहने वाली इम्फाल की सभी नदियों का घर है।
श्री श्री गोविंदजी मंदिर (Shri Shri Govindaji Temple)
श्री श्री गोविंदजी मंदिर, जोकि भारत के मणिपुर राज्य में स्थित सोने के गुंबदों के साथ डिजाइन, एक प्रशस्त दरबार है तथा इतिहास को दर्शाने वाला एक हिंदू वैष्णव मंदिर है। इस मंदिर में हर साल बहुत बड़ी संख्या में भक्तों की भारी भीड़ लगती है।
यह मंदिर मूल रूप से 1846 ईस्वी के सत्र के दौरान महाराजा नारा सिंह शासनकाल के दौरान बनाया गया था। गोविंद जी इनके शाही देवता थे। 1868 में एक भूकंप के दौरान यह मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया। इसके बाद यह मंदिर महाराजा चन्द्रकीर्ति के शासनकाल के दौरान अपने मूल स्वरूप में आया।
थारोन गुफा (Tharon Cave)
मणिपुर की राजधानी इम्फाल में स्थित थारोन गुफा (Tharon Cave) बहुत प्रसिद्ध है। यह एक रहस्यमयी गुफा और चमगादड़ों का निवास स्थान है और इस गुफा में केवल नक्शे के साथ ही घुमा जा सकता है। थारोन गुफा तामेंगलोंग जिले के जिला मुख्यालय से लगभग 27 किमी की दूरी पर स्थित है। इस गुफा की लम्बाई 655.6 मीटर है साथ ही इस गुफा में पाँच निकास और 34 जोड़ हैं।
थारोन गुफा एक चूने पत्थर की गुफा है और अधिकतर स्टैलेक्टाइट्स और स्टैलेग्माइट्स के लिए लोकप्रिय है। इसके साथ ही इस गुफा वेंटिलेशन सिस्टम (Ventilation System) भी मौजूद है, जो यह सुनिश्चित करता है कि गुफा अंदर पर्याप्त हवा का संचार हो।
खोंगजोम (Khongjom)
खोंगजोम (Khongjom), मणिपुर के थौबल जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और चर्चित पर्यटन स्थल है। इस गांव में 1891 में अंग्रेजों और मणिपुरियों के बीच आजादी का अंतिम युद्ध हुआ था और मणिपुरियों ने ब्रिटिश चीफ कमिश्नर के साथ उनके कई सदस्यों की हत्या कर दी।
मणिपुर के इन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रत्येक वर्ष 23 अप्रेल को खोंगजोम दिवस मनाया जाता है। यह दिवस थौबल जिले में स्थित खोंगजोम वॉर मेमोरियल कॉम्पलेक्स (Khongjom War Memorial Complex) में मणिपुर सरकार द्वारा मनाया जाता है।
खोंगजोम वॉर मेमोरियल कॉम्प्लेक्स भारत का ऐतिहासिक स्थल है, जिसमे युद्ध में लड़े सेनानियों की स्मृति के रूप में विश्व की सबसे ऊंची तलवार की प्रतिमा बनाई गई है।
सेनापति (Senapati)
सेनापति (Senapati), मणिपुर के सेनापति जिले में स्थित जिले का मुख्यालय होने के साथ-साथ एक बहुत ही खूबसूरत नगर है। यह मणिपुर के उत्तरी भाग में स्थित है। इस जिले के चारों ओर हरे-भरे पहाड़, नीली पहाड़ियाँ, झरती हुई धाराएँ, खूबसूरत नदियाँ, हरी-भरी घाटियाँ इत्यादि मौजूद है।
सेनापति शहर कम खोजे गए शहरों में आता है परन्तु यहां के प्राकृतिक और सुंदर दृश्यों के कारण सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसके पूर्व में उखरुल जिला, पश्चिम में तमेंगलोंग जिला, उत्तर में नागालैंड और दक्षिण में कांगपोकपि जिला स्थित है।
उखरूल (Ukhrul)
उखरूल, मणिपुर में स्थित अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर एक खूबसूरत लघु नगर है, जो कि अपनी आत्मिक शांति का केंद्र माना जाता है। यह पूर्व में म्यांमार, दक्षिण में चंदेल, पश्चिम में सेनापति और इम्फाल ईस्ट तथा उत्तर में नागालैंड राज्य से घिरा हुआ है।
उखरुल मणिपुर का सबसे ऊँचा पहाड़ी पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको सुंदरता के प्राकृतिक तत्व जैसे गुफाएं, झरने, पहाड़ इत्यादि देखने को मिलेंगे।
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