जग खबर

जग खबर एक प्रमुख हिंदी समाचार वेबसाइट है, जो देश-विदेश की ताज़ा खबरों, राजनीति, मनोरंजन, खेल, व्यापार, टेक्नोलॉजी और सामाजिक मुद्दों पर समग्र कवरेज प्रदान करती है। हमारा उद्देश्य पाठकों तक सटीक, निष्पक्ष और तेज़ खबरें पहुँचाना है, जिससे वे हर महत्वपूर्ण घटना से अपडेट रह सकें।

Sleeper Vande Bharat

वंदे भारत स्लीपर (Vande Bharat Sleeper) ट्रेन जल्द ही उतरेंगी पटरी पर

Vande Bharat Sleeper

भारतीय रेलवे, वंदे भारत स्लीपर (Vande Bharat Sleeper) ट्रेन की शुरुआत करने के लिए तैयार है। बताया जा रहा है कि अगले महीनें यानि मार्च में इन ट्रेनों का उद्घाटन किया जाएगा। ये मौजूदा प्रीमियम राजधानी ट्रेनों (Premium Rajdhani Trains) की तुलना में अधिक तेज़ होगी, जिससे यात्रियों की सुविधा में न्यूनतम यात्रा समय लगेगा।

एक अन्य वंदे भारत स्लीपर ट्रेन परियोजना पर बीईएमएल और आईसीएफ (ICF) शामिल हैं। पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का प्रोटोटाइप बीईएमएल (BEML) द्वारा 2024 की शुरुआत में शुरू किया जाएगा। ऊपर दी गई छवि उस ट्रेन की एक अवधारणा है। एक अन्य परियोजना में टीटागढ़ वैगन्स (Titagarh Wagons) और बीएचईएल (BHEL) 80 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण शामिल है।

वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपिंग बर्थ (Sleeping Berth) के मिश्रण की पेशकश की जाएगी, जिसमें एसी और गैर-एसी दोनों कोच शामिल होंगे, कुल मिलाकर 16 से 20 कोच होंगे। मुख्य रूप से रात भर की यात्रा के लिए डिज़ाइन (Design) की गई, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में यात्रा के दौरान यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न सुविधाएं होंगी।

स्लीपर वंदे भारत ट्रेन (Sleeper Vande Bharat Train) रात भर की यात्रा वाले मार्गों पर संचालित होगी। भारतीय रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, इसका पहला रूट ट्रंक रूट (दिल्ली- मुंबई, दिल्ली- हावड़ा) में से किसी एक पर होगा और इसे अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य है।

हाल ही के दिनों में, भारतीय रेलवे ने अपने नेटवर्क (Network) के विस्तार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, लगभग 26,000 किलोमीटर नई पटरियाँ बिछाई गई हैं। विशेष रूप से, इस विस्तार का 20 प्रतिशत से अधिक, जो लगभग 5,500 किलोमीटर है, अकेले वित्तीय वर्ष 2024 में पूरा किया गया था।

भविष्य को देखते हुए, रेलवे (Railway) के पास अगले 7-8 वर्षों में अतिरिक्त 40,000 किलोमीटर ट्रैक के निर्माण की महत्वाकांक्षी योजना है। यह प्रयास तीन प्रस्तावित फ्रेट कॉरिडोर परियोजनाओं की प्राप्ति से निकटता से जुड़ा हुआ है, जो वर्तमान में विकास के विभिन्न चरणों में हैं।

अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो कृपया इसे शेयर करें

.