मुंबई, 8 अक्टूबर 2025: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा पर बुधवार को मुंबई पहुंचे, साथ में 125 से अधिक प्रमुख बिजनेस लीडर्स, संस्कृति क्षेत्र के विशेषज्ञों और विश्वविद्यालयों के उपाध्यक्षों का एक शक्तिशाली प्रतिनिधिमंडल लेकर। यह यात्रा भारत-यूके के बीच हाल ही में हस्ताक्षरित व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते (सीईटीए) को धरातल पर उतारने का महत्वपूर्ण प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर आयोजित इस दो दिवसीय दौरे के दौरान स्टार्मर और मोदी मुंबई में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जहां ‘विजन 2035’ के तहत रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापार को 50 अरब पाउंड तक पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
यात्रा का पृष्ठभूमि: सीईटीए के बाद नई शुरुआत
कीर स्टार्मर का यह भारत दौरा जुलाई 2025 में पीएम मोदी के यूके दौरे के बाद आया है, जब दोनों देशों ने दो वर्षों की लंबी वार्ताओं के बाद सीईटीए पर हस्ताक्षर किए थे। यह समझौता व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और जन-जन संबंधों जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का आधार बनेगा। विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, यह ‘विजन 2035’ का हिस्सा है—एक समयबद्ध 10 वर्षीय रोडमैप जो दोनों देशों को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाएगा।
स्टार्मर ने लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर प्रतिनिधिमंडल के साथ फोटो खिंचवाते हुए कहा, “यह समझौता केवल कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि विकास का प्रक्षेपण है। भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है, और हम इस यात्रा में साझेदारी को मजबूत करेंगे।” प्रतिनिधिमंडल में यूके के प्रमुख कंपनियों जैसे रोल्स-रॉयस, एस्ट्रीजेनिका, बीबीसी और आईसीएल के सीईओ शामिल हैं, जो फिनटेक, स्वास्थ्य, ऊर्जा और शिक्षा क्षेत्रों में अवसर तलाश रहे हैं।
मुंबई में व्यस्त एजेंडा: फिनटेक फेस्ट और सीईओ फोरम
स्टार्मर की यात्रा का मुख्य केंद्र मुंबई है, जहां वे 9 अक्टूबर को सुबह 10 बजे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता जोयो वर्ल्ड सेंटर में सीईओ फोरम में भाग लेंगे (दोपहर 1:40 बजे), जहां सीईटीए से उत्पन्न व्यापारिक अवसरों पर चर्चा होगी। इसके बाद, दोपहर 2:45 बजे वे वैश्विक फिनटेक फेस्ट 2025 के छठे संस्करण का उद्घाटन करेंगे और मुख्य भाषण देंगे। इस फेस्ट का थीम ‘एम्पावरिंग फाइनेंस फॉर ए बेटर वर्ल्ड’ है, जिसमें 75 से अधिक देशों से 1 लाख से ज्यादा प्रतिभागी, 7,500 कंपनियां, 800 वक्ता और 400 प्रदर्शक हिस्सा लेंगे।
फिनटेक फेस्ट में फिनेंशियल इनोवेशन, डिजिटल पेमेंट्स, ब्लॉकचेन और एआई जैसे विषयों पर चर्चा होगी। स्टार्मर ने कहा कि यह आयोजन भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को यूके की फिनटेक ताकत से जोड़ेगा, जिससे दोनों देशों में रोजगार सृजन होगा। पीएम मोदी भी 8-9 अक्टूबर को महाराष्ट्र में रहेंगे, जहां वे नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे और मुंबई मेट्रो लाइन-3 के अंतिम चरण को लॉन्च करेंगे। ‘मुंबई वन’ ऐप—11 सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का एकीकृत मोबाइल ऐप—भी शुरू होगा।
व्यापार संबंधों में नया आयाम: वीजा और रक्षा पर फोकस
यात्रा का मुख्य उद्देश्य व्यापार बाधाओं को कम करना है। सीईटीए के तहत भारत के मसाले, मशीनरी, कपड़ा और आईटी सेवाओं को यूके बाजार में आसान पहुंच मिलेगी, जबकि यूके से ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स और शिक्षा सेवाओं का निर्यात बढ़ेगा। स्टार्मर ने स्पष्ट किया कि व्यापार सौदे से वीजा नीतियों में कोई बदलाव नहीं होगा—न ही छात्र वीजा में ढील, न ही अन्य प्रतिबंधों में छूट। यह बयान यूके के बिजनेस लीडर्स की मांगों के बीच आया, जो अमेरिका की सख्त वीजा नीतियों का फायदा उठाना चाहते हैं।
द्विपक्षीय वार्ता में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा होगी, जैसे इंडो-पैसिफिक में रक्षा सहयोग, जलवायु परिवर्तन और यूक्रेन संकट। भारत-यूके रक्षा साझेदारी को मजबूत करने के लिए संयुक्त सैन्य अभ्यास और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा, ब्रिटेन में प्रो-खालिस्तान तत्वों की गतिविधियों और भारत के आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण जैसे संवेदनशील मुद्दे भी उठ सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय: विकास का नया अध्याय
विश्लेषकों का कहना है कि स्टार्मर का दौरा यूके की आर्थिक चुनौतियों—जैसे नवंबर में प्रस्तावित कठिन बजट—के बीच आया है, जहां विकास प्राथमिकता है। “यह यात्रा न केवल व्यापारिक, बल्कि सांस्कृतिक और शैक्षिक पुल भी मजबूत करेगी,” एक कूटनीतिक विशेषज्ञ ने कहा। भारतीय प्रवासी समुदाय, जो यूके में 17 लाख से अधिक है, को भी लाभ मिलेगा। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर यूजर्स इस यात्रा को ‘भारत-ब्रिटेन का नया गठजोड़’ बता रहे हैं, जहां #StarmerInIndia ट्रेंड कर रहा है।
आगे की राह: साझा विजन की ओर
यह यात्रा भारत-यूके संबंधों में नया मोड़ लाएगी, जो ब्रेक्सिट के बाद यूके के लिए महत्वपूर्ण है। स्टार्मर के शब्दों में, “हम एक साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना करेंगे।” क्या यह दौरा सीईटीए को वास्तविक वृद्धि का इंजन बनाएगा? आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच नए समझौतों से इसका पता चलेगा। भारत का संदेश स्पष्ट है—व्यापार, नवाचार और सहयोग से मजबूत साझेदारी।
HUGE BREAKING 🚨 British PM Keir Starmer arrives in India with a massive business delegation 🔥🔥
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) October 8, 2025
From the cockpit, he says, "This is the biggest trade mission to India the UK has ever sent"
He said India is set to become the world’s third-largest economy by 2028.
Even the UK… pic.twitter.com/OoFDVsDEZg
अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो कृपया इसे शेयर करें


More Stories
दिल्ली-भोपाल में दबोचे गए आतंकियों का निकला ISI कनेक्शन: फिदायीन हमले की साजिश नाकाम
कनाडा के टीवी विज्ञापनों पर भड़के ट्रंप: टैरिफ विरोधी विज्ञापन को ‘फर्जी’ बताकर व्यापार वार्ता तत्काल बंद, उत्तर अमेरिकी संबंधों में नया तनाव
ट्रंप की पुतिन को धमकी: 6 महीने में पता चल जाएगा…’, क्या भारत पर होगा असर?