वॉशिंगटन/ओटावा, 24 अक्टूबर 2025 – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के साथ “सभी व्यापार वार्ताओं” को “तत्काल समाप्त” घोषित कर दिया है। कारण? कनाडा के ओंटारियो प्रांत द्वारा अमेरिका में चलाए जा रहे एक टीवी विज्ञापन में पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की आवाज का इस्तेमाल, जो ट्रंप की टैरिफ नीति की कड़ी आलोचना करता है। ट्रंप ने इसे “फर्जी” और “घिनौना व्यवहार” करार देते हुए आरोप लगाया कि यह अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को प्रभावित करने की साजिश है। इस कदम से USMCA (यूएस-मेक्सिको-कनाडा समझौता) खतरे में पड़ गया है, जो दोनों देशों के 1 ट्रिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का आधार है। क्या यह ट्रंप का “अमेरिका फर्स्ट” एजेंडा है या व्यापार युद्ध का नया दौर? आइए, पूरी घटना को विस्तार से समझें।
विवाद का केंद्र: रीगन की पुरानी स्पीच से बना ‘हथियार’
ओंटारियो प्रांत के प्रीमियर डौग फोर्ड ने 16 अक्टूबर को X (पूर्व ट्विटर) पर विज्ञापन का लिंक साझा किया। इस 60 सेकंड के विज्ञापन में 1987 की रीगन की रेडियो स्पीच का क्लिप इस्तेमाल किया गया है, जब उन्होंने जापानी उत्पादों पर कुछ कर्तव्य लगाए थे लेकिन ऊंचे टैरिफ के लंबे समय के जोखिमों की चेतावनी दी थी। रीगन कहते हैं, “जब कोई कहता है कि विदेशी आयात पर टैरिफ लगाएं, तो यह देशभक्ति लगता है… लेकिन लंबे समय में यह हर अमेरिकी मजदूर और उपभोक्ता को नुकसान पहुंचाता है। ऊंचे टैरिफ विदेशी प्रतिशोध को जन्म देते हैं और व्यापार युद्ध छेड़ते हैं, जिससे बाजार ढह जाते हैं, कारोबार बंद होते हैं और लाखों नौकरियां चली जाती हैं।”
विज्ञापन अमेरिकी बाजारों में 75,000 डॉलर (करीब 63 लाख रुपये) खर्च कर चलाया जा रहा है, जो ट्रंप के इस्पात, एल्यूमीनियम और ऑटोमोबाइल पर 35% टैरिफ का विरोध करता है। फोर्ड ने कैप्शन में लिखा, “ओंटारियो का नया विज्ञापन अभियान अमेरिका में शुरू हो गया है। हम हर उपकरण का इस्तेमाल करके अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ अपनी बात रखेंगे। समृद्धि का रास्ता एक साथ काम करने से है।” विज्ञापन के अंत में डिस्क्लेमर है कि यह रोनाल्ड रीगन प्रेसिडेंशियल फाउंडेशन द्वारा अनुमोदित नहीं है।
ट्रंप ने गुरुवार रात ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, “रोनाल्ड रीगन फाउंडेशन ने घोषणा की कि कनाडा ने रीगन को टैरिफ के खिलाफ बोलते हुए ‘फर्जी’ विज्ञापन में इस्तेमाल किया। यह अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले में हस्तक्षेप करने की कोशिश है। सभी व्यापार वार्ताएं यहीं समाप्त!” फाउंडेशन ने कहा कि क्लिप “चुनिंदा” है और पूरी स्पीच में रीगन टैरिफ के कुछ फायदों का भी जिक्र करते हैं। ट्रंप ने जोर देकर कहा, “टैरिफ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।”
पृष्ठभूमि: टैरिफ तनाव और कनाडा का जवाबी हमला
ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में कनाडा पर “पारस्परिक टैरिफ” थोपे हैं, जो कांग्रेस द्वारा दिए गए आपातकालीन अधिकारों का दुरुपयोग मानकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती का सामना कर रहे हैं। कनाडा ने जवाब में इस्पात पर कोटा लगा दिया। कनाडाई पीएम मार्क कार्नी ने कहा कि ट्रंप के टैरिफ से बचने के लिए गैर-अमेरिकी देशों को निर्यात दोगुना करेंगे। फोर्ड ने पहले भी अमेरिकी राज्यों पर बिजली शुल्क लगाकर ट्रंप को उकसाया था, जिसके जवाब में ट्रंप ने टैरिफ दोगुने कर दिए।
ट्रंप ने पहले कनाडा को “51वां अमेरिकी राज्य” बनाने की धमकी दी थी, जिससे कनाडाई अमेरिकी सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं। कार्नी अप्रैल में चुनाव जीतकर सत्ता में आए थे, और उन्होंने चेतावनी दी थी कि अमेरिका के साथ संबंध नाटकीय रूप से बदलेंगे। इस महीने स्टेलेंटिस ने ओंटारियो से उत्पादन लाइन को इलिनोइस स्थानांतरित करने की घोषणा की, जो टैरिफ का सीधा असर है।
X पर प्रतिक्रियाएं तेज हैं। एक यूजर ने लिखा, “कनाडा ने रीगन की सच्चाई का इस्तेमाल किया, और ट्रंप ने डमी फेंक दी।” एक अन्य ने कहा, “ट्रंप ने कनाडा को FAFO करा दिया – Fuck Around and Find Out!” फोर्ड के पोस्ट पर हजारों व्यूज हैं, जहां लोग टैरिफ के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं।
संभावित प्रभाव: व्यापार युद्ध का नया दौर?
ट्रंप का यह फैसला USMCA को खतरे में डाल सकता है, जहां कनाडा के 75% से अधिक निर्यात अमेरिका जाते हैं। रोजाना 3.6 अरब कनाडाई डॉलर (करीब 2.7 अरब अमेरिकी डॉलर) का सामान सीमा पार करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे ऑटो, इस्पात और ऊर्जा क्षेत्र प्रभावित होंगे, जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को हिला सकते हैं।
| क्षेत्र | अमेरिका पर प्रभाव | कनाडा पर प्रभाव | ट्रंप की धमकी का आधार |
|---|---|---|---|
| ऑटोमोबाइल | उत्पादन लागत बढ़ेगी, नौकरियां प्रभावित | निर्यात में 20% गिरावट, स्टेलेंटिस जैसे प्लांट शिफ्ट | 35% टैरिफ पर सुप्रीम कोर्ट केस |
| इस्पात/एल्यूमीनियम | घरेलू उद्योग को फायदा, लेकिन कीमतें ऊंची | कोटा से नुकसान, 10,000 नौकरियां खतरे में | दोगुना टैरिफ जवाबी कार्रवाई में |
| ऊर्जा/लकड़ी | आयात महंगा, उपभोक्ता प्रभावित | बिजली शुल्क जैसे कदमों से तनाव | फोर्ड के पिछले हमलों का बदला |
| कुल व्यापार | 1 ट्रिलियन डॉलर का जोखिम, अनिश्चितता | GDP पर 1-2% असर, एशिया निर्यात पर फोकस | विज्ञापन को “कोर्ट हस्तक्षेप” मानना |
अमेरिका पर: अगर कोर्ट टैरिफ को असंवैधानिक ठहराता है, तो अरबों डॉलर की रिफंड की नौबत आ सकती है। कनाडा पर: निर्यात में गिरावट से नौकरियां खतरे में, ओंटारियो सबसे ज्यादा प्रभावित। वैश्विक स्तर पर: यह ट्रंप 2.0 युग की अनिश्चितता को बढ़ाएगा, जहां बातचीत कभी भी टूट सकती है।
विशेषज्ञों की राय: ट्रंप का दांव या आत्मघाती कदम?
- ट्रंप का एजेंडा: अर्थशास्त्री कहते हैं कि ट्रंप टैरिफ को “राष्ट्रीय सुरक्षा” का हथियार बना रहे हैं, लेकिन यह यूएस को अलग-थलग कर सकता है। X पर एक पोस्ट में कहा गया, “कनाडा ने तर्क का इस्तेमाल किया, ट्रंप ने भावनाओं का।”
- कनाडा की रणनीति: कार्नी एशिया समिट के लिए रवाना हो चुके हैं, जहां वैकल्पिक बाजारों पर फोकस होगा। फोर्ड ने कहा कि वे “टैरिफ के खिलाफ लड़ते रहेंगे।”
- वैश्विक नजरिया: अल जजीरा के अनुसार, यह ट्रंप की दुनिया भर में टैरिफ लीवरेज की मिसाल है। भारत जैसे देशों के लिए, उत्तर अमेरिकी आपूर्ति श्रृंखला में उथल-पुथल से ऑटो पार्ट्स निर्यात प्रभावित हो सकता है।
आगे क्या? सुप्रीम कोर्ट का इंतजार या युद्ध का विस्तार?
ट्रंप का फैसला 5 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से जुड़ा है, जहां टैरिफ की वैधता पर फैसला होगा। अगर कनाडा विज्ञापन रोकता है, तो शायद वार्ता बहाल हो, लेकिन फोर्ड जैसे नेता पीछे नहीं हटेंगे। दुनिया देख रही है – क्या ट्रंप की “दादागिरी” कनाडा को झुकाएगी, या यह सदियों पुरानी दोस्ती को हमेशा के लिए तोड़ देगी? कार्नी के कार्यालय ने अभी टिप्पणी नहीं की, लेकिन तनाव चरम पर है।
अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो कृपया इसे शेयर करें


More Stories
दिल्ली-भोपाल में दबोचे गए आतंकियों का निकला ISI कनेक्शन: फिदायीन हमले की साजिश नाकाम
ट्रंप की पुतिन को धमकी: 6 महीने में पता चल जाएगा…’, क्या भारत पर होगा असर?
पाकिस्तान की नींद उड़ाने वाला प्लान: भारत S-400 के लिए रूस से करेगा 10 हजार करोड़ का नया सौदा