जग खबर

जग खबर एक प्रमुख हिंदी समाचार वेबसाइट है, जो देश-विदेश की ताज़ा खबरों, राजनीति, मनोरंजन, खेल, व्यापार, टेक्नोलॉजी और सामाजिक मुद्दों पर समग्र कवरेज प्रदान करती है। हमारा उद्देश्य पाठकों तक सटीक, निष्पक्ष और तेज़ खबरें पहुँचाना है, जिससे वे हर महत्वपूर्ण घटना से अपडेट रह सकें।

परमाणु हथियार का इस्तेमाल

रूस के अस्तित्व पर खतरा आने पर, होगा परमाणु हथियार (Nuclear Weapons) का इस्तेमाल – क्रेमलिन प्रवक्ता

If Russia’s existence is threatened, Nuclear Weapons will be used – Kremlin Spokesman

रूस व यूक्रेन के बीच बीते 27 दिनों से जारी जंग खतरनाक दौर में प्रवेश करती जा रही है। इस युद्ध को रोकने में अब तक के सारे प्रयास विफल हो चुके है। दोनों देशों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। अब रूस ने चेतावनी दी है कि यदि उसके अस्तित्व पर संकट मंडराया तो वह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से पीछे नहीं हटेगा। वहीं, रूसी समाचार संपादक दिमित्री मुराटोव (Dmitry Muratov) ने घोषणा की है कि वह यूक्रेनी शरणार्थियों की मदद के लिए अपने नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) की नीलामी करेंगे।

बताया जा रहा है कि क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मंगलवार को सीएनएन इंटरनेशनल (CNN International) को बताया कि रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी करेगा जब “अस्तित्व के खतरे” का सामना करना पड़ेगा।

वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूसी सेना पर आरोप लगाया कि उन्होनें मानवीय काफिले को बंधक बना लिया है

राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी सेना पर यह आरोप लगाया है कि उन्होनें मंगुश के पास स्थित एक मानवीय काफिले को अगवा कर लिया है। उन्होनें यह भी कहा है कि रूसी सेना ने यूक्रेन देश के आपातकाल में काम करने वाले कर्मचारियों तथा बस चालकों को भी कैद कर लिया है।

उन्होंने यह भी कहा कि हम लोगों को उनके चगुंल छुड़ाने की पूरी कोशिश रहे है और साथ ही प्रयास कर रहे है कि लोगो की ज्यादा मात्रा में जान-माल की हानि न हो। उन्होनें यह भी कहा है कि हमें बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। 7000 से भी ज्यादा लोगों को हमने बचा लिया है।

रूसी सांसदों पर लगा सकते हैं नए प्रतिबंध, जो बाइडन

बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन रूस पर और भी प्रकार निषेध लगाने वाले है और गुरूवार को यूरोप की यात्रा के दौरान वे इन प्रतिबन्धों का खुलासा करेंगें। अमेरिकी राष्ट्रपति यह यात्रा त्तर अटलांटिक संधि संगठन का सहयोग करने वालो के साथ इस युद्ध को लेकर अगले कदमों पर विचार-विमर्श करने वाले है।

अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो कृपया इसे शेयर करें

.