नई दिल्ली, 20 अक्टूबर 2025: दिवाली के पावन पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना के बहादुर जवानों के बीच INS विक्रांत पर विशेष रूप से समय बिताया। गोवा के तट पर स्थित इस स्वदेशी विमानवाहक पोत पर पहुंचे पीएम मोदी ने न केवल त्योहार की शुभकामनाएं दीं, बल्कि हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान INS विक्रांत की भूमिका का एक दिलचस्प किस्सा भी साझा किया। उन्होंने कहा कि INS विक्रांत ने पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी थी, जिससे दुश्मन देश को घुटनों पर झुकना पड़ा। यह संबोधन न केवल नौसेना के जवानों के हौसले को बढ़ाने वाला था, बल्कि पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश भी था।
दिवाली का जश्न INS विक्रांत पर: पीएम मोदी का सौभाग्य
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार रात को ही INS विक्रांत पर पहुंचकर नौसेना के अधिकारियों और जवानों के साथ रात्रि बिताई। सोमवार को दिवाली के अवसर पर उन्होंने जहाज के डेक पर जवानों को संबोधित किया। पीएम ने कहा, “यह मेरी दिवाली बेहद खास है क्योंकि यह आपके बीच मना रहा हूं। INS विक्रांत पर बिताई कल की रात को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। एक ओर अथाह समुद्र है, तो दूसरी ओर मां भारती के वीर सिपाहियों का अथाह सामर्थ्य।” उन्होंने जवानों के चेहरों पर उत्साह और खुशी देखकर गर्व व्यक्त किया।
पीएम मोदी ने बताया कि पिछली रात उन्हें जल्दी नींद क्यों आ गई। उन्होंने हंसते हुए कहा कि जवानों के साथ ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित गीत ‘कसम सिंदूर की’ सुनने के बाद उन्हें इतना संतोष हुआ कि नींद जल्दी आ गई। यह गीत न केवल ऑपरेशन की सफलता को चित्रित करता है, बल्कि जवानों के जज्बे को भी जगाता है। पीएम ने इसे “सैनिक के जज्बात को शब्दों में बयां करने वाला” बताया।
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का बदला, INS विक्रांत की धमक
पीएम मोदी का संबोधन मुख्य रूप से मई 2025 में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर केंद्रित रहा, जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए घातक आतंकी हमले की प्रतिक्रिया था। इस हमले में ‘प्रतिरोध मोर्चा’ नामक आतंकी संगठन ने हिंदू पर्यटकों समेत कई निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। भारत ने इसका कड़ा जवाब देते हुए 6-7 मई की रात को पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद, कोटली और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बावलपुर में छह प्रमुख आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए।
ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किए बिना स्टैंड-ऑफ हमले किए, जिसमें मुजफ्फराबाद में विस्फोट और बिजली गुल हो गई। पाकिस्तानी पक्ष ने दावा किया कि उनके क्षेत्र में घुसपैठ हुई, लेकिन भारत ने इसे स्पष्ट किया कि हमले सीमा पार से ही किए गए। ऑपरेशन की सफलता में तीनों सेनाओं का समन्वय अहम रहा।
पीएम मोदी ने विशेष रूप से INS विक्रांत की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “INS विक्रांत ने पाकिस्तान की नींद गायब कर दी थी। इसका नाम सुनते ही दुश्मन कांप उठता है।” ऑपरेशन के दौरान INS विक्रांत के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को अरब सागर में तैनात किया गया था, जिसमें 8-10 युद्धपोत शामिल थे। यह भारतीय नौसेना के इतिहास की सबसे बड़ी रीयल-टाइम ऑपरेशनल तैनाती थी। ब्रह्मोस और बराक मिसाइलों से लैस विक्रांत ने पाकिस्तानी नौसेना को संभावित हमले की धमकी दी, जिससे इस्लामाबाद में हड़कंप मच गया। पाकिस्तान ने सार्वजनिक चेतावनियां जारी कीं और अंततः अपने डीजीएमओ ने सीजफायर की गुजारिश की।
पीएम ने विस्तार से बताया, “भारतीय नौसेना द्वारा पैदा किया गया भय, वायुसेना का अद्भुत कौशल, थलसेना की जांबाजी और तीनों सेनाओं का जबरदस्त समन्वय ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को कुछ ही दिनों में घुटनों पर ला दिया।” उन्होंने जोड़ा कि पाकिस्तान कभी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम सुनकर अपनी शर्मनाक शिकस्त याद करेगा।
INS विक्रांत: आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक
पीएम मोदी ने INS विक्रांत को मात्र एक युद्धपोत नहीं, बल्कि “21वीं सदी के भारत की प्रतिभा, संकल्प और वैश्विक प्रभाव का प्रमाण” बताया। भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत होने के नाते यह ‘मेड इन इंडिया’ अभियान की मिसाल है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत का रक्षा उत्पादन तीन गुना बढ़ा है और हर 40 दिन में एक नया युद्धपोत या पनडुब्बी नौसेना में शामिल हो रही है। “विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है। यह दुश्मन के होश उड़ा देता है।”
पीएम ने नौसेना के जवानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि “जिसके पास अपने दम पर लड़ने का साहस होता है, उसका पलड़ा हमेशा भारी रहता है।” उन्होंने विकास के संकल्प पर जोर देते हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों को आश्वासन दिया कि पाकिस्तान के हमलों से विकास रुकेगा नहीं। अमरनाथ यात्रा और ईद जैसे उत्सवों की उमंग बरकरार रहेगी।
पाकिस्तान को कड़ा संदेश: भारत की संप्रभुता अटल
इस संबोधन को पाकिस्तान के लिए स्पष्ट चेतावनी माना जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने संसद में स्पष्ट किया था कि संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी और यह पाकिस्तान की हार का परिणाम था। पीएम मोदी ने कटरा में एक जनसभा में भी कहा था कि पाकिस्तान ने पहलगाम हमले से इंसानियत और कश्मीरियत दोनों पर वार किया था, लेकिन भारत ने इसका जवाब दिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि INS विक्रांत की तैनाती ने न केवल ऑपरेशन को सफल बनाया, बल्कि भारत की समुद्री संप्रभुता की रक्षा में नई ताकत जोड़ी। यह घटना आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को रेखांकित करती है।
पीएम मोदी की यह यात्रा नौसेना के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ राष्ट्र को एकजुट करने वाली साबित हुई। दिवाली की रोशनी में INS विक्रांत की चमक ने न केवल त्योहार को यादगार बनाया, बल्कि देश की सैन्य शक्ति का प्रतीक भी स्थापित किया।
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