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ढाका में वायु सेना प्रशिक्षण जेट की भीषण दुर्घटना: स्कूल परिसर में तबाही, 19 से अधिक मृत

घटना का विवरण

21जुलाई, 2025, ढाका – बांग्लादेश वायु सेना का एक FT-7BGI प्रशिक्षण लड़ाकू विमान (टेल नंबर 701), जो चीन निर्मित Chengdu J-7 का प्रशिक्षण संस्करण है, आज सुबह ढाका के उत्तरा स्थित माइलस्टोन कॉलेज परिसर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान एक नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था, जब अचानक यह स्कूल की इमारत से टकरा गया। भीषण विस्फोट के बाद आग और मलबे ने पूरे क्षेत्र को तबाह कर दिया।


हताहतों का मर्मांतक आँकड़ा

  • पायलट की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
  • कम से कम 19 लोगों की जान चली गई, जिनमें स्कूली बच्चे और एक कर्मचारी शामिल हैं।
  • कई छात्र व नागरिक गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज जारी है।

आपातकालीन प्रतिक्रिया

  • इमरजेंसी रेस्क्यू टीमें घटनास्थल पर मलबे में दबे लोगों को बचाने में जुटी हैं।
  • सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को सील कर दिया है और राहत कार्यों को तेज़ी से समन्वित किया जा रहा है।
  • सरकार ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं, हालाँकि दुर्घटना का कारण अभी तक अज्ञात बना हुआ है।

सामाजिक प्रतिक्रिया: शोक और आक्रोश

इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया है। स्कूल पहुँचे माता-पिता अपने बच्चों की सुरक्षा की जानकारी पाने को बेकरार हैं। सोशल मीडिया पर दो प्रमुख भावनाएँ उभर रही हैं:

  1. गहरा शोक: एक नागरिक ने लिखा – “जुलाई बांग्लादेश के लिए सदैव क्रूर रही है। पिछले साल तानाशाही शासन में अनगिनत मौतें हुईं, और आज मासूम बच्चे चले गए। कोई भी माता-पिता यह दर्द नहीं झेल सकता। अल्लाह बचे हुए बच्चों की रक्षा करे।”
  2. विवादास्पद टिप्पणियाँ: कुछ यूजर्स ने हाल ही में भारत के अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर बांग्लादेशी नेटिज़न्स की प्रतिक्रियाओं का ज़िक्र करते हुए कहा: “कर्मा कभी नहीं भूलता।”

निष्कर्ष: एक राष्ट्र की ज़ख़्मी याद

यह दुर्घटना न केवल ढाका बल्कि पूरे बांग्लादेश के लिए एक सामूहिक आघात है। जिस स्कूल को बच्चों का सुरक्षित आश्रय माना जाता था, वहाँ मौत का साया क्यों छा गया? जब तक जाँच पूरी नहीं होती, यह सवाल अनुत्तरित रहेगा। फिलहाल, राष्ट्र की प्राथमिकता घायलों के उपचार, मृतकों के परिवारों की सहायता और इस त्रासदी से उबरने का संघर्ष है।

“जब शिक्षा का मंदिर अचानक मौत की गवाही बन जाए, तो पूरी मानवता शर्मसार हो जाती है।”

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