बेंगलुरु, 24 दिसंबर 2025: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इंस्टाग्राम पर बनी दोस्ती प्रेम प्रस्ताव ठुकराने पर खौफनाक हमले में बदल गई। 21 वर्षीय युवती पर 22 दिसंबर को दोपहर में सड़क पर बर्बर तरीके से हमला किया गया। आरोपी ने उसे थप्पड़ मारे, गलत इरादे से छुआ, सड़क पर घसीटा और कपड़े फाड़ने की कोशिश की। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। पुलिस ने शिकायत मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी नवीन कुमार (29 वर्ष) को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता और आरोपी की पृष्ठभूमि
- पीड़िता (नाम बदला गया: अर्चना) मूल रूप से चिक्कमगलुरु जिले की रहने वाली है। वह करीब दो साल से बेंगलुरु में रह रही है और एक डेवलपर फर्म में टेली-कॉलर के रूप में काम करती थी।
- आरोपी नवीन कुमार एन., येलहंका के बिल्लामरनाहल्ली इलाके का निवासी है। वह 29 वर्ष का है और कोई स्पष्ट पेशा नहीं बताया गया है।
- दोनों की मुलाकात सितंबर 2024 में इंस्टाग्राम पर हुई थी। पीड़िता ने अपनी फर्म से जुड़ा एक विज्ञापन पोस्ट किया था, जिस पर नवीन ने कमेंट किया और बातचीत शुरू हुई।
- शुरुआत में बातचीत सामान्य थी, लेकिन जल्द ही नवीन ने फोन नंबर मांगा और लगातार कॉल्स व मैसेज करने लगा। समय के साथ वह प्रेम संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा।
- पीड़िता ने प्रस्ताव ठुकरा दिया, जिससे नवीन भड़क गया। वह उसे लगातार परेशान करने लगा – पीछा करना, गाली-गलौज, धमकियां और शारीरिक प्रताड़ना।
- परेशान होकर पीड़िता ने नौकरी छोड़ दी, पीजी बदल लिया और नवीन का नंबर व सोशल मीडिया ब्लॉक कर दिया। लेकिन आरोपी का पीछा नहीं छूटा। वह नागरभवी इलाके में मिलता रहा और दबाव बनाता रहा।
घटना का विस्तृत विवरण (22 दिसंबर 2025)
- घटना ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन क्षेत्र के उल्लाल मेन रोड पर ज्ञानज्योति नगर में एक लेडीज पीजी (श्री साई बाबा लेडीज पीजी) के बाहर हुई।
- दोपहर करीब 3:20 बजे पीड़िता अपनी सहेली के साथ स्कूटी के पास खड़ी थी (कथित तौर पर ऐप-बेस्ड राइड बुक की थी)।
- तभी नवीन कुमार अपनी कार से वहां पहुंचा। उसने युवती से बात करने की कोशिश की और प्रेम स्वीकार करने का दबाव डाला।
- इनकार करने पर वह आगबबूला हो गया। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है:
- नवीन कार से उतरा और युवती पर टूट पड़ा।
- उसने सिर, पीठ, गर्दन और चेहरे पर कई जोरदार थप्पड़ मारे।
- गलत इरादे से शरीर को छुआ (ग्रोपिंग), कपड़े खींचे और शर्ट फाड़ने की कोशिश की।
- युवती को सड़क पर घसीटा, जिससे वह गिर गई।
- उसने पीड़िता का वैनिटी बैग छीना, उसमें से सामान निकाला और फेंक दिया।
- युवती मदद के लिए चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन आसपास मौजूद 2-3 लोग डरकर चुप रहे और किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया।
- हमला करके नवीन कार में बैठकर फरार हो गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
- पीड़िता ने तुरंत ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
- मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की निम्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया:
- धारा 74: महिला की गरिमा भंग करने के इरादे से हमला।
- धारा 75: यौन उत्पीड़न।
- धारा 76: कपड़े उतारने के इरादे से हमला।
- धारा 78: पीछा करना (स्टॉकिंग)।
- धारा 79: महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला शब्द, इशारा या कार्य।
- धारा 351(2): आपराधिक धमकी।
- दक्षिण-पश्चिम डिवीजन की डीसीपी अनीता बी. हदन्नावर, एसीपी और इंस्पेक्टर रवि एम.एस. की टीम ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी सुराग और गवाहों के आधार पर आरोपी को ट्रैक किया।
- 24 घंटे के अंदर नवीन को गिरफ्तार कर लिया गया।
- पूछताछ में नवीन ने दावा किया कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे, विवाद हुआ और गुस्से में हमला कर दिया। लेकिन पीड़िता ने इसे पूरी तरह खारिज किया और कहा कि वह सिर्फ परेशान कर रहा था।
सोशल मीडिया और सार्वजनिक प्रतिक्रिया
- सीसीटीवी वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों में गुस्सा है। कई यूजर्स ने बेंगलुरु में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए।
- कुछ ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की तारीफ की, तो कुछ ने बायस्टैंडर्स की चुप्पी पर आलोचना की।
- यह घटना बेंगलुरु में बढ़ते स्टॉकिंग और सोशल मीडिया से जुड़े अपराधों की ओर इशारा कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऑनलाइन दोस्ती में सावधानी बरतनी चाहिए और ऐसी घटनाओं पर सख्त सजा जरूरी है।
आगे की जांच
मामला अभी जांच के शुरुआती चरण में है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड लिया जाएगा। पुलिस अन्य सुरागों की तलाश कर रही है, जैसे क्या आरोपी पहले भी ऐसी हरकतें कर चुका है। बेंगलुरु पुलिस ने महिलाओं से अपील की है कि किसी भी तरह की परेशानी या स्टॉकिंग पर तुरंत शिकायत करें – हेल्पलाइन नंबर 112 या निकटतम पुलिस स्टेशन पर।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए समाज और कानून दोनों को और सतर्क होने की जरूरत है।
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