बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर लक्षित हमलों की श्रृंखला जारी है। सबसे ताजा घटना 22-23 दिसंबर 2025 की रात की है, जब चट्टोग्राम जिले के रावजान उपजिला के वेस्ट बनिक पारा, सुल्तानपुर क्षेत्र में एक हिंदू परिवार के घर को कट्टरपंथी समूह ने आग लगा दी। यह हमला इतना सुनियोजित था कि हमलावरों ने घर को बाहर से ताला लगाने की कोशिश की और पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई, ताकि परिवार अंदर फंसकर जिंदा जल जाए।
पीड़ित परिवार और घटना का विवरण:
- पीड़ितों के नाम: जयंती संघा और बाबू शुक्शील (प्रवासी परिवार, घर में उनके परिवार के सदस्य मौजूद थे)।
- घटना का समय: 22 दिसंबर 2025 देर रात या 23 दिसंबर सुबह।
- परिवार के सदस्य किसी तरह बाड़ (फेंस) काटकर बाहर निकलने में सफल रहे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
- घर पूरी तरह जलकर राख हो गया। सारी घरेलू संपत्ति नष्ट हो गई।
- पालतू जानवर: परिवार के पेट एनिमल्स (पालतू जानवर) जिंदा जलकर मर गए, जिससे परिवार को गहरा सदमा लगा।
- कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इलाके में कई हिंदू घरों को निशाना बनाया गया, लेकिन मुख्य रूप से एक परिवार का घर पूरी तरह तबाह हुआ।
धमकी भरा बैनर:
घटनास्थल पर एक हैंडराइटेन बैनर मिला, जिसमें हिंदी में लिखा था:
- “कोई बचाने नहीं आएगा”
- बैनर में हिंदू समुदाय पर आरोप लगाया गया कि वे “इस्लाम और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ” काम कर रहे हैं।
- चेतावनी दी गई: अपनी गतिविधियां, बैठकें और आवाजाही बंद कर दें, वरना घर-दुकान-संपत्ति सब जल जाएगी। “घर, दुकान, संपत्ति कुछ नहीं बचेगा” जैसी धमकियां लिखी गईं।
- इसे “अंतिम चेतावनी” (Final Warning) बताया जा रहा है।

(ये तस्वीरें घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स से हैं: एक में जलता घर या क्षतिग्रस्त संपत्ति, दूसरी में धमकी वाला बैनर या संबंधित दृश्य दिखाया गया है।)
पृष्ठभूमि और संदर्भ:
- बांग्लादेश में अंतरिम सरकार (मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में) आने के बाद से हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों में बढ़ोतरी की शिकायतें हैं।
- हाल के दिनों में हिंदुओं को धमकी भरे पत्र भेजे जा रहे थे, जिसमें क्षेत्र छोड़ने या परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी।
- यह घटना दिसंबर 2025 में बांग्लादेश में बढ़ती अशांति का हिस्सा है, जिसमें ब्लास्फेमी के आरोप में हिंदू व्यक्ति की लिंचिंग और अन्य संपत्तियों पर हमले शामिल हैं।
- कट्टरपंथी इस्लामिस्ट समूहों पर आरोप लग रहे हैं कि वे हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं, जैसे “कन्वर्ट, लीव या डाई” की धमकियां।
- इलाके में हिंदू समुदाय में डर का माहौल है। कई परिवार सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट होने की सोच रहे हैं।
प्रतिक्रियाएं:
- सोशल मीडिया पर: #SaveBangladeshiHindus, #HindusUnderAttack, #AllEyesOnBangladeshiHindus जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हैं, जिनमें रोते-बिलखते परिवार और जले हुए घर दिखाए गए हैं।
- भारतीय मीडिया: आज तक, इंडिया टुडे, ओपइंडिया, रिपब्लिक, न्यूज18 आदि ने विस्तार से कवर किया। तस्लीमा नसरीन जैसी कार्यकर्ताओं ने भी आवाज उठाई।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर: अभी तक कोई बड़ा आधिकारिक बयान नहीं, लेकिन मानवाधिकार संगठनों से अपील की जा रही है।
- बांग्लादेश पुलिस: स्थानीय स्तर पर गश्त बढ़ाई गई है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
- भारत में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अन्य संगठनों ने बांग्लादेश हाई कमीशन के बाहर प्रदर्शन किए।
यह घटना बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है। मुख्य स्रोत: आज तक (23-24 दिसंबर 2025 रिपोर्ट), इंडिया टुडे, ओपइंडिया, न्यूज18 और सोशल मीडिया पर ग्राउंड रिपोर्ट्स। स्थिति तेजी से बदल रही है, इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए विश्वसनीय स्रोत चेक करें। हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव जरूरी लग रहा है।
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