23 दिसंबर 2025 को तुर्की की राजधानी अंकारा के पास एक निजी जेट क्रैश में लीबिया के आर्मी चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद और चार अन्य सीनियर सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई। यह हादसा ठीक एक दिन बाद हुआ जब पाकिस्तान ने लीबिया के प्रतिद्वंद्वी गुट के साथ 4 अरब डॉलर से अधिक की बड़ी आर्म्स डील की घोषणा की। लीबिया के प्रधानमंत्री अब्दुल हमीद दबीबाह ने इसे “दुखद हादसा” बताया और देश में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया। तुर्की की प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी (इलेक्ट्रिकल फॉल्ट) को कारण बताया गया है, लेकिन समय की संदिग्धता ने सोशल मीडिया और भू-राजनीतिक हलकों में साजिश की अफवाहें उड़ा दी हैं। नीचे पूरी घटना की विस्तृत रिपोर्ट है, सभी उपलब्ध विवरणों के साथ।
प्लेन क्रैश: घटनाओं का क्रम और तत्काल परिणाम
यह दुर्घटना एक डसॉल्ट फाल्कन 50 प्रकार के निजी जेट में हुई, जो माल्टीज ऑपरेटर से लीज पर लिया गया था। जेट में अल-हद्दाद और उनका प्रतिनिधिमंडल अंकारा से त्रिपोली लौट रहा था। जेट ने एसेंबोगा एयरपोर्ट से शाम 8:10 बजे (स्थानीय समय) उड़ान भरी। उड़ान के लगभग 40 मिनट बाद पायलटों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को इलेक्ट्रिकल फॉल्ट की सूचना दी और इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी। जेट को वापस एसेंबोगा की ओर मोड़ा गया, लेकिन लैंडिंग से पहले यह रडार से गायब हो गया। तुर्की मीडिया में प्रसारित सीसीटीवी फुटेज में रात के आकाश में अचानक विस्फोट की रोशनी दिखी। मलबा अंकारा से करीब 50-70 किमी दूर हायमाना जिले के केसिककावक गांव के पास मिला।
तुर्की के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने रात 8:52 बजे रेडियो संपर्क टूटने की पुष्टि की। राष्ट्रपति संचार कार्यालय के प्रमुख बुरहानेटिन दुरान ने बताया कि इमरजेंसी अनुरोध इलेक्ट्रिकल फेलियर के कारण था। जेट में सवार सभी आठ लोग—पांच लीबियाई अधिकारी और तीन क्रू मेंबर—मारे गए। तुर्की के न्याय मंत्री यिलमाज टुंक ने अंकारा मुख्य अभियोजक कार्यालय द्वारा पूर्ण जांच शुरू करने की घोषणा की। तुर्की अधिकारियों ने अल जजीरा को बताया कि “प्रारंभिक रिपोर्ट्स में किसी साजिश की संभावना नहीं है”, बल्कि तकनीकी फेलियर कारण है। लीबिया की गवर्नमेंट ऑफ नेशनल यूनिटी (GNU) ने जांच में सहयोग के लिए अंकारा टीम भेजने का वादा किया है, लेकिन जेट के मालिकाना हक और रखरखाव इतिहास पर अभी स्पष्टता नहीं है।
लीबिया में तीन दिन का शोक घोषित किया गया, झंडे आधे झुके हैं और आधिकारिक समारोह स्थगित। प्रधानमंत्री दबीबाह ने पीड़ितों को “देश की सेवा करने वाले समर्पित सैनिक” बताया। प्रतिद्वंद्वी गुटों ने भी शोक व्यक्त किया: पूर्वी कमांडर खलीफा हफ्तार ने “गहरा दुख” जताया।

यहां क्रैश साइट की एक तस्वीर, जहां तुर्की रेस्क्यू टीम्स मलबे के बीच काम कर रही हैं:

और मलबे का दूसरा दृश्य:

पीड़ित: लीबिया के नाजुक सैन्य परिदृश्य के प्रमुख चेहरे
- मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद: 62 वर्षीय, त्रिपोली स्थित UN-मान्यता प्राप्त GNU के आर्मी चीफ। 2011 में गद्दाफी विरोधी विद्रोह में सक्रिय, अगस्त 2020 में नियुक्त। मिलिशिया दबाव का विरोध करने और राष्ट्रीय एकता के लिए जाने जाते थे। अल जजीरा के विश्लेषक ने उनकी मौत को “स्थिरता प्रयासों के लिए बड़ा नुकसान” बताया।

- जनरल अल-फितौरी घरिबिल: ग्राउंड फोर्सेस प्रमुख और 5+5 जॉइंट मिलिट्री कमीशन सदस्य।
- ब्रिगेडियर जनरल महमूद अल-कतावी: मिलिट्री मैन्युफैक्चरिंग अथॉरिटी प्रमुख।
- मुहम्मद अल-असावी दीाब: चीफ ऑफ स्टाफ के सलाहकार।
- मुहम्मद उमर अहमद महजूब: मीडिया ऑफिस फोटोग्राफर।
तीन क्रू मेंबर की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई।
पृष्ठभूमि: अंकारा यात्रा और तुर्की की भूमिका
प्रतिनिधिमंडल अंकारा में तुर्की के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने की बातचीत के लिए था। उन्होंने तुर्की रक्षा मंत्री यासर गुलेर और चीफ ऑफ जनरल स्टाफ सेल्चुक बायरक्तारोग्लू से मुलाकात की। तुर्की 2019 से GNU का प्रमुख समर्थक है, ड्रोन और ट्रेनिंग प्रदान करता रहा। यात्रा के दौरान तुर्की संसद ने लीबिया में सैन्य मंडेट दो साल बढ़ाया।
पाकिस्तान आर्म्स डील: प्रतिद्वंद्वी गुट के साथ 4 अरब डॉलर का सौदा
22 दिसंबर को पाकिस्तान ने पूर्वी लीबियन नेशनल आर्मी (LNA, खलीफा हफ्तार गुट) के साथ 4 से 4.6 अरब डॉलर की डील की घोषणा की। इसमें 16 JF-17 फाइटर जेट (पाक-चीन सह-निर्मित), 12 सुपर मुशाक ट्रेनर एयरक्राफ्ट, हथियार, ट्रेनिंग और संयुक्त उत्पादन शामिल। डील बेनगाजी में पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर और सद्दाम खलीफा हफ्तार (हफ्तार के बेटे) की मुलाकात में फाइनल हुई।
यह डील 2011 से लीबिया पर लगे UN आर्म्स एम्बार्गो का उल्लंघन है। पाक अधिकारियों ने इसे “अप्रभावी” बताया। LNA पूर्वी और दक्षिणी लीबिया नियंत्रित करता है, GNU को मान्यता नहीं देता।
यहां JF-17 जेट की तस्वीर, जो डील का हिस्सा है:

साजिश की थ्योरी: समय ने उठाए सवाल
क्रैश का डील घोषणा से ठीक एक दिन बाद होना संदिग्ध लग रहा है। सोशल मीडिया पर अफवाहें:
- कुछ यूजर्स ने दावा किया कि अल-हद्दाद डील के खिलाफ थे (महंगी और निर्भरता बढ़ाने वाली)।
- अन्य ने LNA को मजबूत करने वाली डील के खिलाफ GNU गुट या विदेशी ताकतों की साजिश बताया।
- कुछ ने ईरान के राष्ट्रपति रईसी के 2024 हेलिकॉप्टर क्रैश से तुलना की।
- हिंदी मीडिया में “पाकिस्तान पनौती” जैसे शीर्षक चले।
हालांकि, आधिकारिक जांच तकनीकी फेलियर बता रही है, कोई साजिश का सबूत नहीं। लीबिया की विभाजित स्थिति (पश्चिमी GNU vs पूर्वी LNA) संदेह बढ़ा रही है। जांच जारी है, लीबिया की एकता प्रयासों को बड़ा झटका लगा है।
अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो कृपया इसे शेयर करें


More Stories
बेंगलुरु: प्रेम प्रस्ताव ठुकराने पर दिनदहाड़े युवती पर बर्बर हमला, आरोपी नवीन कुमार गिरफ्तार
पाकिस्तान-बांग्लादेश सीक्रेट डिफेंस डील: भारत के खिलाफ चक्रव्यूह की साजिश?
रूस ने बांग्लादेश को दी 1971 की याद – भारत के साथ तनाव कम करो, वरना…