20 दिसंबर 2025 को संसद के शीतकालीन सत्र के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के एक दिन बाद, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला द्वारा आयोजित एक अनौपचारिक चाय पार्टी ने राजनीतिक हलकों में सुर्खियां बटोरीं। यह कार्यक्रम संसद परिसर में हुआ, जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष के प्रमुख नेता एक साथ चाय पर चर्चा करते नजर आए। सत्र के दौरान तीखी बहस, हंगामा और वॉकआउट के बावजूद इस मीटिंग का माहौल सौहार्दपूर्ण रहा, जिसमें ठहाके लगे और हल्के-फुल्के किस्से साझा किए गए। यह परंपरा संसदीय लोकतंत्र में संवाद और सद्भाव का प्रतीक मानी जाती है, हालांकि मानसून सत्र के बाद विपक्ष ने ऐसी ही एक पार्टी का बहिष्कार किया था। इस बार कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की भागीदारी ने सकारात्मक संकेत दिए।




सत्र की पृष्ठभूमि
शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होकर 19 दिसंबर 2025 को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुआ। यह सत्र 19 दिनों तक चला, जिसमें 92 घंटे 25 मिनट की कार्यवाही हुई और 111% उत्पादकता दर्ज की गई। सत्र में प्रमुख मुद्दों पर तीखी बहस हुई, जैसे ‘जी राम जी योजना’, इंडिगो संकट, और अन्य। सरकार और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप चले, लेकिन सत्र के अंत में 10 विधेयक पारित हुए। स्पीकर ओम बिरला ने सत्र को उपयोगी बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की जीवंतता दर्शाता है।
चाय पार्टी के मुख्य出席ी
- सत्ता पक्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (केंद्र में), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, जेडीयू के राजीव रंजन सिंह, चिराग पासवान, किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल।
- विपक्ष: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (वायनाड से सांसद), एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव और राजीव राय, डीएमके के ए. राजा, सीपीआई के डी. राजा, और केरल से लोकसभा सदस्य एनके प्रेमचंद्रन।
- मेजबान: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला। खास बात: राहुल गांधी इस मीटिंग में अनुपस्थित रहे, जबकि कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी को भेजने का फैसला पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिया।
मुख्य चर्चाएं और हल्के पल
चाय पार्टी करीब 20 मिनट चली, जिसमें संसद के कामकाज पर अनौपचारिक बातचीत हुई। माहौल हल्का-फुल्का रहा, और कई मजाकिया किस्से साझा किए गए:
- प्रियंका गांधी के हेल्थ टिप्स: प्रियंका ने अपने निर्वाचन क्षेत्र वायनाड से एक जड़ी-बूटी (नीली हल्दी) का जिक्र किया, जो एलर्जी से बचाती है। इस किस्से पर पीएम मोदी और राजनाथ सिंह मुस्कुराए, और ठहाके लगे। प्रियंका ने पीएम से उनकी हालिया अफ्रीका और मध्य एशिया यात्रा (इथियोपिया, जॉर्डन, ओमान) के बारे में पूछा, तो मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा, “यात्रा अच्छी रही। इथियोपिया काफी अलग देश है, वहां तेज विकास हो रहा है और समाज बहुत अच्छा है।”
- धर्मेंद्र यादव का सवाल और पीएम का मजाक: सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने सत्र को बहुत छोटा बताते हुए इसे बढ़ाने की मांग की। पीएम मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा, “यह गले के लिए अच्छा है। ज्यादा दिन चिल्लाना बहुत मुश्किल हो जाता।” (यह छोटा सत्र गले के लिए अच्छा है, ज्यादा दिनों तक चिल्लाना मुश्किल होता है।) इस पर पूरे हॉल में ठहाके गूंजे।
- सेंट्रल हॉल की मांग: विपक्षी सदस्यों ने नए संसद भवन में पुराने संसद जैसा सेंट्रल हॉल बनाने की मांग रखी। पीएम ने मजाक में कहा, “यह रिटायरमेंट के बाद के लिए है, आप अभी बहुत सेवा करेंगे।” (यह रिटायरमेंट के बाद के लिए है, आप अभी बहुत सेवा करेंगे।)
- एनके प्रेमचंद्रन की तारीफ: पीएम मोदी ने विपक्षी सांसद एनके प्रेमचंद्रन की सराहना की और कहा, “वे सदन में चर्चा के लिए हमेशा पूरी तैयारी के साथ आते हैं।”
- अन्य: सत्र की उपयोगिता पर चर्चा हुई, जहां सदस्यों ने कहा कि देर रात तक विधेयक पारित करना आदर्श नहीं। विपक्ष के विरोध प्रदर्शनों का जिक्र हल्के अंदाज में हुआ।
माहौल और प्रतिक्रियाएं
मीटिंग का माहौल पूरी तरह सौहार्दपूर्ण था – तस्वीरों में प्रियंका गांधी पीएम मोदी के बगल में मुस्कुराती नजर आ रही हैं, जबकि राजनाथ सिंह और अन्य नेता ठहाके लगाते दिखे। सत्र की तल्खी से अलग, यह कार्यक्रम भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती को दर्शाता है, जहां सदन के बाहर मुस्कान और संवाद होता है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने इसे सकारात्मक बताया, क्योंकि विपक्ष की भागीदारी से तनाव में कमी के संकेत मिले। हालांकि, कुछ ने इसे कांग्रेस में आंतरिक हलचल का कारण बताया, क्योंकि राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर सवाल उठे।
राजनीतिक निहितार्थ
यह चाय पार्टी सत्ता और विपक्ष के बीच संवाद की संभावना दिखाती है। मानसून सत्र के बहिष्कार के बाद इस बार भागीदारी से लगता है कि विपक्ष स्पीकर की निष्पक्षता से संतुष्ट है। यह भविष्य के सत्रों में बेहतर सहयोग का संकेत दे सकता है, लेकिन कांग्रेस में प्रियंका की बढ़ती भूमिका पर भी चर्चा छिड़ गई है। कुल मिलाकर, यह घटना राजनीतिक तनाव के बीच सद्भाव का प्रतीक बनी।
अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो कृपया इसे शेयर करें


More Stories
NYSE पर इंफोसिस का तूफान: मिनटों में 56% ऊपर, ट्रेडिंग रोकी… भारत में क्या होगा अगला ट्विस्ट?
आसमान से बरसी आग: रूस ने दागे 1300 ड्रोन और 1200 बम, यूक्रेन सांस थामे… युद्ध की नई दहशत!
US-Venezuela तनाव: कैरेबियन सागर में अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने जब्त किया दूसरा तेल टैंकर, Venezuela ने बताया ‘समुद्री डकैती’