भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते (FTA) ने दोनों देशों के आर्थिक संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। यह समझौता न सिर्फ व्यापार को बढ़ावा देगा, बल्कि भारतीय पेशेवरों, किसानों, कारोबारियों और निर्यातकों के लिए भी कई नए अवसर लेकर आया है।
क्या है भारत-यूके FTA?
इस समझौते पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और UK के बिजनेस सेक्रेटरी जोनाथन रेनॉल्ड्स ने हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और UK के नए PM कीर स्टारमर की मौजूदगी में हुए इस डील से द्विपक्षीय व्यापार $34 बिलियन सालाना बढ़ने की उम्मीद है।
भारतीय पेशेवरों के लिए बड़ी राहत
- 75,000 भारतीयों को UK सोशल सिक्योरिटी पेमेंट से 3 साल की छूट- अब UK में काम करने वाले भारतीय प्रोफेशनल्स अपनी सोशल सिक्योरिटी कटौती (जो पहले 25% तक होती थी) को भारत में अपने PF अकाउंट में जमा करा सकेंगे।
- 35 सेक्टर्स में भारतीय 24 महीने तक बिना UK ऑफिस के भी काम कर सकेंगे।
- हर साल 1800 से ज्यादा शेफ, योगा एक्सपर्ट और म्यूजिशियन UK में काम कर पाएंगे।
 
- IT, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर जैसे सेक्टर्स में 12 महीने तक काम का मौका- फ्रीलांसर्स और स्वतंत्र पेशेवरों को UK में 1 साल तक काम करने की अनुमति मिलेगी।
 
- 36 सेवा क्षेत्रों में आसान एक्सेस- भारतीय कंपनियों और फ्रीलांसर्स के लिए कोई आर्थिक जरूरत (Economic Needs Test) नहीं।
 
टेक्सटाइल, ज्वैलरी और मेडिकल सेक्टर को बड़ा फायदा
- कपड़ा और परिधान उद्योग:- 1000% तक ड्यूटी-फ्री एक्सेस से Welspun, Arvind Ltd, Raymond जैसी कंपनियों को फायदा।
 
- चमड़ा और फुटवियर:- 16% से जीरो ड्यूटी तक की छूट।
 
- गहने और ज्वैलरी:- UK मार्केट में ड्यूटी-फ्री एक्सेस।
 
- फार्मा और मेडिकल डिवाइसेस:- भारतीय जेनेरिक दवाओं और मेडिकल उपकरणों (ECG, X-Ray मशीन) पर जीरो ड्यूटी।
 
किसानों और मछुआरों के लिए सुनहरा मौका
- 99% भारतीय निर्यात पर UK में जीरो ड्यूटी
- किसानों को UK के $37.5 बिलियन एग्री-मार्केट तक पहुंच- दार्जिलिंग चाय, आराकू कॉफी, मसाले, प्रोसेस्ड फूड (आम पल्प, अचार, दालें) को ड्यूटी-फ्री एक्सेस।
 
- मछुआरों को UK के $5.4 बिलियन मरीन मार्केट में मौका- 99% समुद्री निर्यात पर जीरो ड्यूटी से तटीय राज्यों (केरल, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र) को फायदा।
 
UK को क्या मिला?
- भारत ने स्कॉच व्हिस्की पर ड्यूटी पहले 150% से घटाकर 75% की, और अगले 10 साल में 40% तक लाने का वादा किया।
- इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर ड्यूटी 110% से घटाकर 10% (कोटा के तहत)।
- UK कंपनियों को भारत के बड़े बाजार (1.4 बिलियन उपभोक्ता) तक पहुंच।
निष्कर्ष: भविष्य के लिए ऐतिहासिक समझौता
यह FTA सिर्फ आर्थिक लाभ का समझौता नहीं, बल्कि भारत-UK रिश्तों में नए युग की शुरुआत है। युवाओं के लिए नौकरियां, किसानों के लिए नए बाजार, और स्टार्टअप्स के लिए ग्लोबल एक्सपोजर—यह डील भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था का एक और सबूत है।
#MakeInIndia को बढ़ावा देने वाले इस समझौते से आने वाले सालों में भारत-UK व्यापार $112 बिलियन तक पहुंच सकता है। अब देखना है कि यह समझौता कितनी तेजी से जमीन पर उतरता है!
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