नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025 – भारतीय वायुसेना की ताकत में एक बड़ा इजाफा हुआ है। बोइंग कंपनी द्वारा निर्मित छह एएच-64ई अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों की पहली खेप भारत पहुंच गई है। ये हेलीकॉप्टर भारत की सीमा सुरक्षा को नई ताकत देंगे।
मुख्य बिंदु:
- डिलीवरी: 6 अपाचे हेलीकॉप्टरों की पहली खेप भारत पहुंची
- तैनाती: जोधपुर एयरबेस पर होगी तैनाती
- लागत: 60 करोड़ डॉलर (लगभग 4,500 करोड़ रुपये) का समझौता
अपाचे हेलीकॉप्टर की विशेषताएं:

1. शक्तिशाली हथियार प्रणाली
- मिसाइल: 16 एंटी-टैंक हेलफायर मिसाइल और स्टिंगर मिसाइल
- तोप: 30 मिमी की दो स्वचालित बंदूकें (1,200 राउंड प्रति बंदूक)
- हमला क्षमता: एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला
2. उन्नत तकनीक
- रात्रि दृष्टि: अंधेरे में भी सटीक हमला
- रडार: 50 किमी तक के दायरे में लक्ष्य पहचान
- छुपने की क्षमता: दुश्मन के रडार में कम दिखाई देना
3. उड़ान क्षमता
- गति: 280 किमी/घंटा की अधिकतम रफ्तार
- ऊंचाई: 21,000 फीट तक उड़ान
- मौसम: खराब मौसम में भी संचालन
भारत के लिए महत्व:
- सीमा सुरक्षा: चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर तैनाती
- संयुक्त अभियान: सेना के साथ समन्वय
- नौसेना समर्थन: समुद्री लक्ष्यों पर हमला
इतिहास:
- 2015: 22 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदे
- 2020: 6 अतिरिक्त हेलीकॉप्टरों का आर्डर
- 2025: पहली खेप की डिलीवरी
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ये हेलीकॉप्टर भारत की सैन्य शक्ति को नया आयाम देंगे। अपाचे की मौजूदगी से दुश्मन देशों के टैंक और बख्तरबंद वाहनों को गंभीर खतरा होगा।
आगे की योजना:
- शेष हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी जल्द
- भारतीय पायलटों को अमेरिका में प्रशिक्षण
यह खरीद भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को मजबूत करने वाला कदम है। अपाचे हेलीकॉप्टरों के साथ भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता में बड़ा इजाफा होगा।
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