What is Trade, full Information
व्यापार का अर्थ है कि किसी वस्तु को खरीदना तथा बेचना, या किसी भी वस्तु का स्वामित्व अंतरण करना इत्यादि। ज्यादातर लोगों का मानना है कि बड़े-बड़े उद्योग, व्यवसाय या बड़ी कंपनियों को ही व्यापार या बिजनेस कहा जाता है परन्तु ऐसा नहीं है, किसी वस्तु को ज्यादा मात्रा में खरीदकर ऐसी जगह बेचना, जहां उस वस्तु की मांग हो या कमी हो, इस प्रक्रिया से धन अर्जित करना ही व्यापार कहलाता है।
व्यापार के प्रकार (Types of Trade)
व्यापार मुख्यतः दो प्रकार के होते है – देशी व्यापार और विदेशी व्यापार।
आंतरिक या देशी व्यापार (Internal or Domestic Trade)
वह व्यापार या बिजनेस, जिसे केवल अपने देश में ही किया जाए अर्थात जब किसी एक देश के अलग-अलग क्षेत्रों, जगहों या निवासों के मध्य क्रय-विक्रय किया जाता है, उसे ही आंतरिक या देशी व्यापार कहा जाता है।
आंतरिक या देसी व्यापार मुख्यतः तीन प्रकार के है – स्थानीय व्यापार, राज्यीय व्यापार और अन्तर्राज्यीय व्यापार।
1. स्थानीय व्यापार (Local Trade)
इस व्यापार में मुख्यतः हमारे दैनिक उपयोग से जुड़ी वस्तुओं का क्रय-विक्रय किया जाता है। यह व्यापार केवल गाँव व शहरों तक ही सीमित होता है। हमारे प्रतिदिन की वस्तुएँ जैसे कि फल-सब्जिया, करियाने का सामान, दूध-दही, पढ़ने के लिए किताबें, पालतू जानवरों के लिए घास इत्यादि वस्तुएँ इस व्यापार में आती है।
2. राज्यीय व्यापार (State Trade)
यह व्यापार राज्यों की सीमाओं तक ही सीमित होता है, जैसे कि उत्तर प्रदेश की सीमा के अंतर्गत आने वाले शहरों इलाहाबाद, कानपुर, लखनऊ, आगरा आदि शहरों के बीच होने वालें व्यापार को राज्यीय व्यापार कहा जाता है।
3. अन्तर्राज्यीय व्यापार (Interstate Trade)
बड़े-बड़े राज्यों जैसे हरियाणा, उत्तर प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, पंजाब, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र इत्यादि के मध्य होने वाले व्यापार को अन्तर्राज्यीय व्यापार होता है।
इसके अलावा आन्तरिक या देशी व्यापार को दो और भागों में बांटा जाता है – थोक व्यापार और फुटकर या खुदरा व्यापार।
थोक व्यापार (Wholesale Trade) : जिस व्यापार में सीधे उत्पादक या निर्माता से बड़े पैमाने पर माल खरीदकर और जिसको जितनी आवश्यकता हो उसे उतना माल बेच देना। उसे थोक व्यापार कहते है। यह व्यापार बड़े बाजारों या बड़ी-बड़ी मंडियों में किया जाता है।
फुटकर या खुदरा व्यापार (Retail Trade) : इस व्यापार में थोक व्यापारियों से जरूरत अनुसार माल खरीदकर उपभोक्ता को उनकी आवश्यकतानुसार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में माल बेचा जाता है। इस व्यापार में करियाने का सामान और फल-सब्जिया इत्यादि आते है।
विदेशी या अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Trade)
जब भिन्न-भिन्न सरकारों या देशों के बीच वस्तुओ का आदान-प्रदान या परस्पर विनिमय किया जाता है, उसे अंतर्राष्ट्रीय या विदेशी व्यापार कहते है। उदाहरण के लिए , भारत और अमरीका के मध्य होने वाला व्यापार, भारत और पाकिस्तान के मध्य होने वाला व्यापार।
विदेशी या अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मुख्यतः तीन प्रकार के होते है – आयात व्यापार, निर्यात व्यापार और पुनर्निर्यात व्यापार।
1. आयात व्यापार (Import Trade)
जब कोई देश किसी दूसरे देश से माल मंगवाता है, यह आयात व्यापार कहलाता है। विश्व के सभी देश एक-दूसरे से आयात व्यापार करते है।
2. निर्यात व्यापार (Export Trade)
जब कोई देश किसी दूसरे देश में वस्तुएं, सेवाएं और अन्य उत्पाद को भेजता है, उसे निर्यात व्यापार कहते है।
3. पुनर्निर्यात व्यापार (Re-export Business)
जब कोई देश किसी अन्य देश से माल या वस्तुएं मंगवाकर उसे बिना इस्तेमाल करे उन वस्तुओ का निर्यात किसी अन्य देश को कर दे, तो उस व्यापर को पुनर्निर्यात व्यापार कहते है।
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