Ayodhya
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के उद्घाटन का कार्य जोरों-शोरों से चल रहा है। 22 जनवरी का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है क्योंकि इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi ) की उपस्थिति में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12:15 बजे से 12:45 बजे के बीच निर्धारित है।
श्री राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में होने वाला है।
राम मंदिर के मूल डिजाइन की योजना 1988 में अहमदाबाद (Ahmedabad) के सोमपुरा (Sompura) परिवार द्वारा बनाई गई थी। सोमपुरा ने कम से कम 15 पीढ़ियों से दुनिया भर में 100 से अधिक मंदिरों के डिजाइन में योगदान दिया है, जिसमें सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) भी शामिल है हालाँकि, वास्तु शास्त्र और शिल्पा शास्त्र के अनुसार 2020 में इसमें कुछ बदलाव हुए। 71 एकड़ में फैले कुल क्षेत्र में बना यह मंदिर छह भागों में विभाजित है, जिसमें गर्भगृह और पांच मंडप शामिल हैं- गुण मंडप, रंग मंडप, नृत्य मंडप, कीर्तन मंडप, प्रार्थना मंडप।
बताया जा रहा है कि मंदिर ट्रस्ट द्वारा 7,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है और उनमें क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली, बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani) शामिल हैं।
ट्रस्ट की योजना, अभिषेक समारोह के लिए 136 सनातन परंपराओं के 4,000 से अधिक हिंदू धार्मिक नेताओं को आमंत्रित करने की है।
इसके अलावा, 25,000 गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे इसलिए अयोध्या में भीड़भाड़ से बचने के लिए मंदिर ट्रस्ट ने देश के लोगों से उद्घाटन के शुरुआती कुछ दिनों तक मंदिर में आने से बचने का आग्रह भी किया है।
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