Nagaland
नागालैंड (Nagaland) भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों (जिन्हें सात बहनें भी कहा जाता है) में से एक प्रसिद्ध और आकर्षक राज्य है। इस राज्य में प्राकृतिक खनिजों, पेट्रोलियम और जल विद्युत के पर्याप्त संसाधन उपलबध हैं। नागालैंड की कृषि-जलवायु परिस्थितियां फूलों की खेती और बागवानी के लिए अत्यंत लाभदायक हैं। यह राज्य जंगली वनस्पतियों और जीवों के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है।
नागालैंड भारत का 25वां सबसे बड़ा राज्य है, जिसका क्षेत्रफल 16579 वर्ग किलोमीटर है। नागालैंड भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित है। नागालैंड अपनी जनजातियों के लिए भी प्रसिद्ध है क्योंकि इनकी अपनी ही एक अनूठी संस्कृति है। यहां पर सुरम्य परिदृश्य, मनमोहक पहाड़ और भव्य हरी वनस्पतियां देखने को मिलती है।
नागालैंड में प्रसिद्ध स्थान (Famous Places in Nagaland)
नागालैंड के कुछ प्रसिद्ध और आकर्षण स्थानों (Nagaland Attractions) का वर्णन निम्नलिखित हे :-
कोहिमा (Kohima)
नागालैंड की राजधानी कोहिमा समुद्र तल से 1444.12 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। कोहिमा बहुत ही शांत और खूबसूरत पहाड़ी स्थान है, जो इसे ट्रेकिंग, जंगल कैंपिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। 15 प्रमुख जनजातियों का महानगरीय मुख्यालय भी कोहिमा में है।
कोहिमा की स्थापना 1878 में हुई थी, ब्रिटिश साम्राज्य ने उन्हीं दिनों में नागा पहाड़ियों का मुख्यालय भी कोहिमा में स्थापित किया था। यह एक त्रुटिहीन संस्कृति और अभूतपूर्व परंपराओं की रंगीन भूमि है। यहां का विहंगम दृश्य प्राचीन पहाड़ियों के बीच देखने को मिलता है।
दीमापुर (Dimapur)
दीमापुर, नागालैंड के महत्वपूर्व स्थानों में से एक है। दीमापुर, पूर्वोत्तर नागालैंड का एक अनूठा हिस्सा है। यह शहर राज्य में सबसे बड़े और सबसे तेजी से विकसित होने वाले स्थान के रूप में उभरा है। दीमापुर शहर एक महान नदी धनसिरी के तट पर स्थित है। “दी” का अर्थ है “नदी”, “मा” का अर्थ है “बड़ा” और “पुर” का अर्थ है “शहर”, इस प्रकार दीमापुर शब्द का अर्थ है “महान नदी के पास का शहर”। यह शहर अपने वाणिज्यिक केंद्रों के लिए भी प्रसिद्ध है, इसीलिए दीमापुर नागालैंड की वाणिज्यिक राजधानी भी है।
यह शहर कभी कचहरी जनजाति की राजधानी हुआ करता था, जिसके निशान आज भी यहाँ मौजूद हैं। कचहरी के खंडहर यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक हैं और इस शहर में जूलॉजिकल पार्क, एओ बैपटिस्ट चर्च, डायजेफे क्राफ्ट विलेज, नागालैंड साइंस सेंटर (Nagaland Science Centre), ग्रीन पार्क जैसे कई स्टारलाइट आकर्षण मौजूद हैं, फिर भी इसका मुख्य आकर्षण हस्तशिल्प और हथकरघा को ही माना जाता है।
फेक (Phek)
फेक (Phek), नागालैंड का एक पहाड़ी क्षेत्र है, जो वनस्पतियों और जीवों से समृद्ध है। यह नागालैंड का जिला होने के साथ-साथ एक बहुत ही आकर्षक टूरिस्ट प्लेस भी है। फेक राष्ट्रीय राजमार्ग 61 द्वारा नागालैंड की राजधानी कोहिमा से जुड़ा हुआ है। यह भारत-म्यांमार जैव विविधता हॉटस्पॉट (India-Myanmar Biodiversity Hotspot) में स्थित है।
फेक की पहाड़ियां और जंगल कैम्पिंग और ट्रेकिंग के लिए उपयुक्त हैं। फेक में मंत्रमुग्ध कर देने वाली पहाड़ियों के अलावा, शिलोई झील एक महत्वपूर्ण आकर्षण है। इस झील को स्थानीय लोगों द्वारा आत्माओं का निवास माना जाता है और इसके बारे में उनके पास कई डरावनी कहानियां हैं। इसी डर से स्थानीय लोग इस झील से पानी भी नहीं पीते।
मोकोकचुंग (Mokokchung)
नागालैंड में मोकोकचुंग शहर भी बहुत जाना माना शहर है। इस शहर में हरे-भरे पेड़-पौधे, शांत स्थान और विदेशी आकर्षण देखने को मिलते हैं। यह नागालैंड की हरी-भरी पहाड़ियों के बीच स्थित है और अद्वितीयता और ताजगी से भरपूर है। मोकोकचुंग आओ समुदाय का ऐतिहासिक व सांस्कृतिक केन्द्र है।
मोकोकचुंग में आप पहाड़ियां, पर्वतमालाएं, मोपुंगचुकेत गांव, मोकोखुंग का मदर चर्च, जिला पार्क के सुखद वातावरण और प्राकृतिक वैभव को महसूस कर सकते है। साथ ही आप मोकोकचुंग के पास कुछ रिसॉर्ट्स जैसे ‘जस्ट ए वेन्यू हिल रिज़ॉर्ट’, ‘जेंटिसंग रिज़ॉर्ट’ और ‘मेट्सुबेन रिज़ॉर्ट और ऑर्गेनिक फ़ार्म’ में आराम भी कर सकते है।
खोनोमा (Khonoma)
खोनोमा नागालैंड का एक बहुत ही खूबसूरत गाँव है, जो समुद्र तल से करीब-करीब 5320 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। खोनोमा अंगामी जनजाति का घर है जो यहां 500 से अधिक वर्षों से रह रहे हैं। खोनोमा एशिया का पहला हरा-भरा गांव है, जोकि नागालैंड की पहाड़ियों में बसा हुआ है। यह योद्धा गांव के रूप में वर्णित, खोनोमा ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान अपने उग्र प्रतिरोध के लिए जाना जाता है।
गांव की आबादी लगभग 2000 लोगों की है और इसे एक किले की तरह बनाया गया है। यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि इस गांव को राज्य के सबसे बड़े वर्षा वनों का आशीर्वाद प्राप्त है।
नतांगकी राष्ट्रीय उद्यान (Ntangki National Park)
नतांगकी राष्ट्रीय उद्यान भारत के नागालैंड राज्य के पेरेन जिले में स्थित एक वन्यजीव राष्ट्रीय उद्यान है। इस पार्क को इंटंकी (Intanki) के नाम से भी जाना जाता है। यह पार्क दीमापुर से 35 किमी की दूरी पर स्थित है। इस उद्यान को वर्ष 1993 में एक राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा और सम्मान मिला और यह एक वन्यजीव संरक्षित क्षेत्र है।
इस पार्क में रहने वाली प्रजातियों में दुर्लभ हूलॉक गिब्बन, जंगली भैंसे, गोल्डन लंगूर, हॉर्नबिल, एशियन पाम सिवेट, बार्किंग डीयर, काला सारस, हाथी, बाघ, सफेद स्तन वाला किंगफिशर, मॉनिटर छिपकली, अजगर, सुस्त भालू, जंगली कुत्ते और उड़ने वाली गिलहरी शामिल हैं।
नागालैंड में घूमने का सबसे अच्छा मौसम (Best Season to Visit Nagaland)
नागालैंड में सर्दियों के मौसम में घूमने पर आपको बेहतरीन अनुभव मिलेगा क्योंकि सर्दियों में यहां का मौसम अनुकूलित रहता है।
आप गर्मी के मौसम में भी नागालैंड आ सकते हैं। इस मौसम में भी यहां आपको खूबसूरत दर्शनीय नजारे मिलेगे, लेकिन इस समय यहां पर बारिश होने की अधिक संभावना होती है और बारिश की स्थिति में यहां हमेशा खतरा बना रहता है।
निष्कर्ष (Conclusion) :
इस लेख में हमनें आपको नागालैंड में घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ 6 पर्यटक आकर्षक स्थलों से संबधित अनेक तथ्यों से अवगत कराया है।
हम आशा करते है कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।
अगर आपको लगता है कि हम आपको पूरी जानकारी से अवगत नहीं करा पाएं है या फिर आप हमें कोई सुझाव देना चाह रहे है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में सुझाव या हमारे विषयों से जुड़ी कोई भी जानकारी दे सकते है।
आप हमें कमेंट बॉक्स में सवाल भी कर सकते है, हम आपकी प्रत्येक बात पर गौर भी करेंगे और आपके प्रश्नों के उत्तर भी देंगे।
हमारे लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।
More Stories
वंदे भारत स्लीपर (Vande Bharat Sleeper) ट्रेन जल्द ही उतरेंगी पटरी पर
कैंची (Shears or Scissors) के उपयोग, प्रकार और रखी जाने वाली सावधानियां
केंद्रीय वित्त मंत्री (Union Finance Minister) ने पेश किया छठा बजट (Budget)